The best Side of कैल्शियम की कमी के लक्षण और इलाज



हड्डियों और जोड़ों का दर्द सिर्फ बढ़ती उम्र की वजह से नहीं होता है। इसका एक कारण कैल्शियम की कमी भी हो सकती है।

हड्डियां और मांसपेशियाँ: ज्यादातर मामलों में, रक्त में अतिरिक्त कैल्शियम हड्डियों से जाता है, जिससे हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं। इससे हड्डी का दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी और अवसाद हो सकता है।

हर एक दिन त्वचा , नाख़ून , बाल , पेशाब , और मल शरीर से कैल्शियम को कम करने का कारण बनते है। इन सभी में कैल्शियम की जरुरत होती है। हमारे शरीर में कैल्शियम नहीं बनता , इसकी पूर्ति खाने पीने के सामान से ही करनी पड़ती है।

ब्लड प्रेशर – कैल्शियम की नियमित खपत लो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। ये हाइपरटेंशन को ठीक करने में भी उपयोगी है।

किसी भी अन्य बीमारी की तरह कैल्शियम की कमी के भी अपने कुछ लक्षण होते हैं, जो इसके होने का संकेत देते हैं। इस प्रकार, यदि किसी व्यक्ति को अपने शरीर में ये लक्षण नज़र आए, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर अपना हेल्थचेकअप कराना चाहिए ताकि कैल्शियम की कमी को बढ़ने से रोका जा सकता है-

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six. Giloy kai rogo ke upchar me ramban kaam karti hai. Calcium badhane ke liye giloy ke patte ya jad ko sukha kar powder ke rup me iska sevan kare.

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अतिकैल्शियमरक्तता अथवा हाइपरकैलसिमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त Source में कैल्शियम का स्तर सामान्य से अधिक होता है।

मुुख्य रूप से इलाज के लिए हमने आपको कई सारी वस्तुओं से परिचित कराया। इनके अलावा भी कई ऐसी वस्तुएं हैं जिनमें कैल्शियम की मात्रा भरपूर होती है और वे इस कमी को पूरा करने में सहयोगी होती हैं। हांलाकि कुछ मौके ऐसे हो सकते हैं जहां सिर्फ इन वस्तुओं के सेवन से काम ना चले। ऐसी परिस्थतियों में सप्लीमेन्ट्स की आवश्यकता पड़ती है। इनमें शामिल हैं कैल्शियम सिट्रेट, कैल्शियम फोस्फेट एवं कैल्शियम कार्बोनेट। याद रहे कि इन सप्लीमेन्ट्स का सेवन डाॅक्टर की सलाह के बाद ही करें।

जो लोग नीचे दिए गए जोखिम कारकों से जुड़े हैं उनमें सामान्य लोगों के मुकाबले कैल्शियम की कमी होने के जोखिम अधिक होते हैं:

Calcium ki kami hone par kya nahi khaye iski bhi jankari hona jaruri hai. Aese me tala hua khana, sharab aur smoking cigarettes se parhej karna chahiye.

कैल्शियम का काम सिर्फ हड्डी या दाँत की मजबूती तक ही सीमित नहीं है , शरीर के अन्य कई महत्वपूर्ण कार्यों में भी इसकी आवश्यकता होती है।

खून में बहुत अधिक कैल्शियम हड्डियों को कमजोर कर सकता है, गुर्दे की पथरी बना सकता है, और दिल और मस्तिष्क कैसे काम करते हैं, में हस्तक्षेप कर सकता है।

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